बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संभावित सीट शेयरिंग फॉर्मूले ?
🔷 1. एनडीए (BJP + JDU + LJP (रामविलास) + HAM + RLJD)
✅ संभावित सीट बंटवारा (कुल 243 सीटों में से):
| पार्टी | संभावित सीटें | 2020 का प्रदर्शन |
|---|---|---|
| भाजपा (BJP) | 110–115 | 74 |
| जदयू (JDU) | 90–95 | 43 |
| लोजपा रामविलास (चिराग पासवान) | 20–25 | 1 (2020 में अकेले लड़ी थी, 5.7% वोट) |
| हम (HAM) | 4–5 | 4 |
| RLJD (उपेंद्र कुशवाहा) | 2–3 | नई पार्टी, पहले JDU में विलय थे |
📌 विश्लेषण:
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भाजपा सीटों में सबसे आगे रहेगी, लेकिन नीतीश को “सम्मानजनक भागीदारी” देनी होगी।
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चिराग पासवान को सीमित सीटें दी जाएंगी, लेकिन दलित वोट बैंक को साधने के लिए स्थान मिलेगा।
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मांझी और कुशवाहा जैसे क्षेत्रीय दलों को प्रतीकात्मक भागीदारी मिल सकती है।
🔷 2. INDIA गठबंधन (RJD + कांग्रेस + वाम + अन्य)
| पार्टी | संभावित सीटें | 2020 प्रदर्शन |
|---|---|---|
| राजद (RJD) | 115–120 | 75 |
| कांग्रेस (INC) | 20–25 | 19 |
| वामपंथी दल (CPI, CPM, CPI-ML) | 25–30 | 16 |
| अन्य (VIP, JAP, आदि) | 5–10 | 0–2 |
📌 विश्लेषण:
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तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद अगुवा भूमिका में रहेगा।
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कांग्रेस को पिछली हार के आधार पर कम सीटें दी जा सकती हैं।
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वामपंथी दलों को पिछली बार के अच्छे प्रदर्शन के कारण अधिक सम्मान मिल सकता है।
🔷 3. अन्य / संभावित तीसरा मोर्चा (जन सुराज, AIMIM, आदि)
| पार्टी/गठबंधन | संभावित सीटें |
|---|---|
| जन सुराज (प्रशांत किशोर) | 30–40 सीटों पर कोशिश |
| AIMIM (असदुद्दीन ओवैसी) | 10–15 सीटों पर |
| आजाद प्रत्याशी / स्थानीय दल | 10–15 |
📌 विश्लेषण:
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प्रशांत किशोर "जन सुराज" के माध्यम से युवाओं और ग्रामीण मुद्दों पर फोकस करेंगे।
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AIMIM सीमित क्षेत्रों में (सीमांचल) प्रभावी हो सकती है।
📊 संभावित कुल सीट बंटवारा – सारांश (2025 संभावित अनुमान)
| गठबंधन/गुट | सीट शेयर (संभावित) |
|---|---|
| NDA | BJP (115), JDU (95), LJP (25), HAM+RLJD (5) |
| INDIA | RJD (120), कांग्रेस (25), वाम (25), अन्य (5) |
| अन्य | PK + AIMIM + निर्दलीय (15–30) |
📌 निष्कर्ष:
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BJP + LJP (चिराग) की साझेदारी NDA को युवा और दलित वोट में मजबूती दे सकती है।
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NDA में BJP-जदयू के बीच सीट बंटवारा तनावपूर्ण हो सकता है, पर “नीतीश सम्मान फार्मूला” लागू किया जा सकता है।
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INDIA गठबंधन में तेजस्वी की नेतृत्व क्षमता और कांग्रेस की सीट मांग पर संघर्ष संभव।

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